बक्सर में गंगा नदी के किनारे लाश मिलने के मामले में बिहार के DGP बिहार संजीव कुमार सिंघल ने बताया कि हर हाल में अपने प्रदेश के सीमावर्ती जिलो में कोविड प्रोटोकॉल का पालन की बात कही गई है. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से यह आश्वस्त किया गया है कि आगे ऐसा नहीं होगा |
पटना. बिहार में गंगा नदीं में लाश मिलने (Dead Bodies In Ganga River) के मामला तुल पकड़ने लगा है. यूपी की सीमा से सटे बक्सर जिले के चौसा इलाके में मिल रही लाशों और उनको दफनाने के मुद्दें को लेकर अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद (RJD Chief Lalu Prasad) ने सरकार पर निशाना साधते हुए हिंदुत्व के मुद्दे को भी हवा देने की कोशिश की है.
लालू ने अलग-अलग अखबारों की क्लिपिंग को शेयर करते हुए लिखा है- जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और ईलाज नहीं दिया। मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफ़न और ज़मीन भी नसीब नहीं हुआ। दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया। कुत्ते लाशों को नोच रहे है। हिंदुओं को दफ़नाया जा रहा है। कहाँ ले जा रहे है देश और इंसानियत को??
बक्सर में गंगा नदी में लगातार मिल रही शव को लेकर अब तक उठ रहे सवालों पर बिहार के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने न्यूज़ 18 को बताया है कि ये सभी लाशें उत्तर प्रदेश से ही गंगा नदी में डाला जा रही थीं जो बहकर बिहार के बॉर्डर वाले जिला बक्सर के चौसा और महावीर घाट पर आकर रुक गई थीं. इस गंभीर मसले को लेकर बिहार सरकार के आदेश पर जांच शुरू हुई. चार स्तर पर दोनों राज्यों के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई. राज्य के मुख्य सचिव ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव से बात की. बिहार गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने खुद UP के अपर मुख्य सचिव से बात की जबकि DGP बिहार ने UP के DGP से बात की.
जीते जी दवा, ऑक्सीजन, बेड और ईलाज नहीं दिया। मरने के बाद लकड़ी, दो गज कफ़न और ज़मीन भी नसीब नहीं हुआ।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 12, 2021
दुर्गति के लिए शवों को गंगा में फेंक दिया। कुत्ते लाशों को नोच रहे है। हिंदुओं को दफ़नाया जा रहा है। कहाँ ले जा रहे है देश और इंसानियत को?? pic.twitter.com/IZANEgbz8k