कभी कभी इश्क का परवान ऐसा चढ़ता है कि एक पल की दूरी बरदास्त नहीं होती। और फिर ये इश्क एक दूजे के होने को लेकर पूरी दूनिया से लोहा लेने को तैयार हो जाता है। एक ऐसा ही मामला बिहार के पश्चिम चंपारण से आ रहा है। जहां युवक और युवती के परिजनों ने 4 महीने बाद शादी की तिथि तय की थी। शादी की तिथि पक्की होने के बाद युवक-युवती के बीच प्रेम कुछ इस कदर परवान चढ़ा कि दोनों ने इतने लंबे वक्त तक अलग रहने से इंकार कर दिया। और फिर युवक अपनी होने वाली पत्नी को उनके घर से भगा लाया। मजबूरन दोनों की शादी परिवार की सहमति से तय तिथि से पहले ही करा दी गई।
जानकारी के अनुसार, बैरिया निवासी बीरा मुखिया के बेटे विकास कुमार की शादी पूर्वी चंपारण जिले के रमगढ़वा थाना क्षेत्र के अधकपरिया गांव निवासी विश्वनाथ मुखिया की बेटी पूजा कुमारी से तय हुई थी। शादी की तिथि मई 2022 में फाइनल की गई थी। इस दौरान विकास और पूजा की मोबाइल पर बातचीत होने लगी। बात करते-करते दोनों एक-दूसरे के प्यार में दीवाने हो गए। दोनों का प्रेम इस कदर परवान चढ़ा कि दोनों एक पल के लिए भी अलग रहना नहीं चाहते थे।
विकास ने बताया कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ रही थी, ऐसे में अगर लॉकडाउन लग जाती है, तो इस साल शादी नहीं हो पाएगी। इसलिए विकास ने आव देखा न ताव और पूजा का उसके घर से भगा कर अपने घर ले आया। उधर, पूजा के परिजन बेचैन हो गए. उन्हें बाद में पूजा के बैरिया में होने की जानकारी मिली। पूजा के परिजन तंलगही पंचायत की मुखिया साजदा बेगम के पति रेयाज अहमद के घर पहुंचे और उन्हें पूरे मामले से अवगत कराया। रेयाज समाजसेवी भी हैं। ऐसे में उन्होंने लड़का और लड़की पक्ष को समझा-बुझाकर किसी तरह मनाया। बाद में सोमवार को विकास और पूजा की समय से पहले ही शादी करा दी गई।