बिहार विधानसभा के शताब्दी समापन समाहरो में पीएम मोदी का आना बिहार राज्य के लिए गर्व की बात रही। उन्होंने पहले झारखंड के देवघर में देवघर एयरपोर्ट का उद्धघाटन किया। और बाबा वैद्यनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। जिसके बाद उन्होंने ने बिहार के लिए प्रस्थान किया। पीएम मोदी ने राजधानी आ कर बिहार विधान सभा के शताब्दी समापन समाहरो में शिरकत किया। मंच पर जब पीएम मोदी विराजे उसके बाद बिहार के कई माननीय नेताओं को एक एक कर सबों को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी पीएम के सामने अपनी बात रखने का मौका दिया गया। जिसके बाद उन्होंने अपने बात कहनी शुरू की। लेकिन इस दौरान वे कई बार फसे दिखे।
शताब्दी समापन समाहरो कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के सामने भाषण देते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 4 मिनट में 6 बार अटके दिखे। जिसके बाद तेजस्वी के अटकने का ये वीडियो खूब वायरल हुआ। सभी ने इस पर अपने-अपने तरह से प्रतिक्रियाएं दीं। लेकिन अब तेजस्वी की बहन रोहिणी अपने भाई के बचाव के लिए उतर चुकी हैं। रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर अपने भाई का बचाव किया है। उन्होंने अपने ट्वीट के जरिये कहा कि पूरा सिस्टम ही उस नौजवान की बदनामी में लग गया है। जिसे तिल का ताड़ बनाया जा रहा है।
रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर अपने भाई तेजस्वी यादव के बचाव में लिखा कि, “सवाल तो ये नहीं था…किसने रुक कर बोला…किसने अटक कर बोला…कौन जुमलाजीवी था…या कौन टेलीप्रॉम्पटरजीवी था..सवाल तो बिहार के विकास का था…सवाल तो बिहार के बेरोजगार नौजवान का था…सवाल तो कानून व्यवस्था की बिगड़ी हालात का था,,,,सवाल तो फिसड्डी बिहार बनाने वालों से था…
सवाल तो मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड करने वाले अस्मत के लूटेरों से था..सवाल तो जनता के हितों के नजर अंदाज करके पत्रकारिता धर्म को नीलाम करने वाले मीडिया के बंधुओं से था..मगर अफसोस पूरा सिस्टम ही उस नौजवान की बदनामी में लग गया और तिल को ताड़ बनाने में जुट गया..”
बता दें कि बिहार विधान सभा के शताब्दी समापन समारोह का आयोजन मंगलवार, 12 जुलाई को संपन्न हुआ था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मृति स्तंभ का उद्घाटन किया, जो बिहार के प्रतीक चिह्न के रूप में विधानसभा परिसर में लगाया गया है। उद्घाटन के बाद सभा हुई, जिसकी शुरुआत स्पीकर विजय सिन्हा के भाषण से हुई। इसमें उन्होंने विधानसभा की उपलब्धि का जिक्र किया। इसके बाद भाषण देने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बुलाया गया। 4 मिनट के भाषण में वो 6 बार अटके।