पिछले कुछ सालो से पटना मेट्रो का काम तो चल ही रहा है वहीं पहले से स्थित रेलवे स्टेशनों की आधुनिकरण का भी काम जल्द शुरू होगा। इसी के साथ बिहार के कई जिलों के बिच राजमार्ग भी बन रहे है। और अब बिहार सरकार अगले 5 साल का लक्ष्य लेकर राज्य के कई शहरों को स्मार्ट सिटी का रूप देने की योजना बना रही है। जी हाँ ! बिहार राज्य अब अपने शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
हालांकि योजना बनाने की प्रक्रिया कई वक़्त से चल रही थी, मगर कोरोना महामारी के बिच कई परियोजनायों को कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ा था। अब जो कोरोना संक्रमण का दर धीरे-धीरे कम होते दिख रहा है, ऐसे में सभी विकास योजनाओं को दुबारा शुरू किया जा रहा है। करीबन दर्जन भर से भी ज़्यादा योजनाए बनाई गयी थी जो अब वापस से कार्य प्रगति पर दिखेगी। आपको बता दें कि स्मार्ट सिटी कार्यावधि को 5 साल पुरे हो चुके है। ऐसे में नगर निकायों ने अपने स्तर का रुका हुआ काम वापस से शुरू करने का ऐलान कर दिया है।
फिलहाल योजना के अनुसार राज्य के 4 ऐसे शहरो को चुना गया है जिससे स्मार्ट सिटी का रूप दिया जाएगा। चुने हुए 4 शहरों में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, और बिहार शरीफ शामिल है। इन 4 शहरों में से सबसे पहले पटना में योजना कार्य किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत पहला परियोजना 2 ‘फुट ओवर ब्रिज’ बनने की बात तय हुई है। एक गाँधी मैदान स्थित संत ज़ेवियर्स स्कूल के पास बच्चो के आवागम के लिए। दूसरी मौर्य लोक और कोतवाली थाना के निकट पैदल चलने वाले लोगो की सहूलियत के लिए। केवल इन दो ओवर ब्रिज के बनने की लागत 4 करोड़ से भी ज़्यादा की है।
गौरतलब है कि बिहार के अधिकांश शहरों को भी स्मार्ट सिटी का रूप देनी की बात राखी गयी है जिनके अंतर्गत कुछ चुने गए परियोजनायों को स्वीकृति भी मिल गयी है। लेकिन फिलहाल उन सभी योजनाओं के लिए बजट तैयार किए जा रहे है, जिसके बाद ही काम शुरू की जाएगी।