पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के विवादित बयान के बाद उनका जीभ काटने की बात करने वाले नेता गजेंद्र झा (Gajendra Jha) , BJP से निष्कासित होने के बाद भी अपने बयान पर अड़े नजर आ रहे हैं। विवादित बयान देने के बाद बीजेपी (BJP) से निलंबित किए गए गजेंद्र झा ने राजधानी पटना में प्रेस कांफ्रेंस किया।
उनका कहना है कि जब तक मांझी बिना शर्त माफी नहीं मांग लेते, तब तक मैं अपने बयान पर कायम हूं। मैं नेता से पहले राष्ट्रवादी और ब्राह्मण हूं। उन्होंने मेरे कुल पर प्रतिघात किया तो मैंने उसका प्रतिकार किया। पार्टी के निष्कासन पर उन्होंने कहा कि मैं कार्यकारिणी सदस्य था। मुझे जिलाध्यक्ष ने निष्कासित किया, प्रदेशाध्यक्ष या राष्ट्रीय नेतृत्व ने नहीं।
गजेंद्र झा ने कहा कि जीतन राम मांझी जितनी बार ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक बात कहेंगे, उतनी बार उनकी जुबान काटी जाएगी। उन्होने कहा कि जीतन राम मांझी बिना शर्त मांफी मांगे तो मैं भी उन्हें बिना शर्त गले लगाऊंगा। इस दौरान गजेंद्र झा ने मांझी की ओर से दिए गए भोज का भी बहिष्कार करने की ब्राह्मण समाज से अपील की है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने बिना कोई लोभ लालच, बिना कोई पद की लालसा लिए हुए यह बयान दिया था। मैंने भारतीय जनता पार्टी से कभी कोई भी पद पाने की इच्छा नहीं रखी थी। मैं संघ परिवार से जुड़ा हुआ हूं। बचपन से संघ परिवार को देखा है। जब मुझे निष्कासित किया गया तो मैं दुखी हो गया। पार्टी में ही रहकर मैंने सीखा है कि पहले देश, उसके बाद समाज, लेकिन मैंने अपने समाज की रक्षा के लिए यह कदम उठाया है।’