कोरोना के खतरे और पछुआ हवाओं के बीच आज से शुरू हुआ बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट का एग्जाम। राज्य के 38 जिलों में बनाए गए 1,471 सेंटर पर कुल राज्य के 13 लाख 45 हजार 939 छात्र परीक्षा दे रहे हैं। कोरोना की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए पूरी परीक्षा नकल विहीन हो इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
परीक्षार्थियों के साथ बड़ी संख्या में उनके अभिभावक भी नजर आए। परीक्षा में प्रवेश करने से पहले वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य है। लेकिन इतनी बड़ी संख्या में बच्चों का टीकाकरण होना संभव नहीं था। इसीलिए कुछ छात्र ही वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट लेकर आए थे, जिसे देखकर बाहर ही फेंक दिया गया।
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने बताया कि परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर की परिधि में धारा 144 लगाने को कहा है, जिससे भीड़ नहीं होने पाए। परीक्षा में कड़ाई से कोई भी समझौता नहीं करने को कहा गया है। परीक्षा में व्यवस्था जोनल, सब जोनल तथा सुपर जोनल स्तर पर की गई है। साथ ही परीक्षा केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल और पदाधिकारी भी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। बिहार बोर्ड का कहना है कि पटना जिले में इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2022 के लिए कुल 84 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं।