8 जुलाई, शुक्रवार को अमरनाथ के पवित्र गुफा के पास बादल फटने से कई लोगों की मौत हो गयी है तो कई लोग लापता हैं। वहीं 48 लोग घायल बताये जा रहे हैं। प्रसाशन की ओर से बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने इस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस घटना पर दुख जताया है।
शुक्रवार शाम करीब साढ़े 5 बजे के करीब बादल फटने से अमरनाथ के दर्शन करें आये श्रधालुओं के कैंप के बीच अचानक सैलाब आ गया। आपदा के दौरान गुफा के पास 10-15 हजार श्रद्धालु मौजूद थे। कई लोग टेंट के साथ बह गए। बता दें कि बादल फटने के बाद पहाड़ से आया यह सैलाब श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए 3 लंगरों समेत करीब 40 टेंट बहा ले गया। सैलाब गुफा के सामने श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए टेंटों के बीचों-बीच से निकला।
सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ीं कई टीमें अमरनाथ में फसे लोगों के रेस्क्यू में जुटी हुई है। बाढ़ की चपेट में आए शिविर के टेंटों से निकालकर लोगों को फौरन पहाड़ की ढलान तक सुरक्षित पहुंचाया गया। कई लोगों को बचा लिया गया है। और कई घायलों को एयरलिफ्ट कर उनका इलाज करवाया जा रहा है। इस हादसे के बाद से यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। हालात को देखते हुए रेस्क्यू दल रात को बर्फीले पानी और अत्यधिक ठंड के बावजूद भीं राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हुई है।