प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को रविदास जयंती (Ravidas Jayanti) के मौके पर दिल्ली के करोल बाग स्थित श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर (Guru Ravidas Vishram Dham Temple) में पूजा-अर्चना की। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंदिर में आए श्रद्धालुओं से बातचीत की और वहां महिलाओं संग बैठकर ‘कीर्तन’ में भी हिस्सा लिया और मंजीरा बजाते दिखे।
मिली जानकारी के अनुसार, संत शिरोमणि रविदास की जयंती के मौके पर कई जगहों पर भव्य समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इसके लिए सभी जगहों पर संत रविदास के मंदिरों को बेहद सुंदर ढंग से सजाया गया है। मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संत कवि रविदास की जयंती से पहले मंगलवार को कहा था कि उन्होंने जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने हर कदम और योजना में गुरु रविदास की भावना को आत्मसात किया है।
सन् 1377 ईस्वी में उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के गोबर्धनपुर गांव में जन्में कवि संत रविदास ने भेदभाव से ऊपर उठकर समाज के कल्याण की सीख दी। संत रविदास के रचनाओं में भगवान के प्रति प्रेम की झलक साफ दिखाई देती है। उन्होंने रविदास समाज की कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा था कि कोई व्यक्ति जन्म के आधार पर श्रेष्ठ नहीं होता, बल्कि वह अपने कर्मों से पूज्यनीय होता है।