बिहार के बक्सर के एक खेत में किसान जब सब्जी उगाने के लिए खेत में खुदाई कर रहा था तभी अचानक से जमीन से सोने के 3 सिक्के निकल गए। बक्सर अनुमंडल अंतर्गत सोनवर्षा ओपी क्षेत्र के गिरधर बरांव गांव निवासी हरिहर साह के खेत में रविवार कि सुबह सोने का सिक्का मिलने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। सूचना के बाद ग्रामीण कुदाल लेकर मिट्टी खुदाई कर सोना निकालने के लिए दौड़ने लगे। तब तक इसकी सूचना पुलिस तक पहुंच गई और सोनवर्षा ओपी की पुलिस ने सोना उगलने वाली जमीन को अपने कब्जा में ले लिया।
पुलिस बड़े अधिकारियों के माध्यम से पुरातत्व विभाग को सूचना देने के पश्चात आगे की कार्रवाई में जुट गई है। फिलहाल जमीन से प्राचीन जमाने के सोने के सिक्के निकलने की सूचना मिलने के बाद गांव जवार के लोगों में कौतूहल का विषय बना हुआ है। एक ग्रामीण ने बताया कि महिला सोने के सिक्के लेकर अपने घर जा रही थी कि इसी बीच जांचने-परखने के नाम पर किसी युवक ने एक सिक्का को लेकर किसी ज्वेलर्स दुकानदार को 28 हजार रुपये में बेच दिया। इसके पहले जमीन से सोने के सिक्के निकलने की सूचना मिलते ही इसी गांव के स्व. भोला पाल के पुत्र सरोज पाल ने भी दौड़े भागे जाकर जमीन में खोदाई की तो एक सिक्का उसे भी मिल गया। तब तक इसकी सूचना पूरे गांव में फैल गई और किसी ग्रामीण की सूचना पर सोनवर्षा पुलिस ने सोना उगलने वाली जमीन को अपने कब्जे में ले लिया तथा आगे की कार्रवाई में जुट गई।
बरामद सिक्कों को चेरो खरवार ओके प्रसिद्ध राजा केशवा महाराज के काल से जोड़कर देखा जा रहा है। जानकारों की मानें तो जहां से सोने के सिक्के मिले हैं, वहां से महज 5 किलोमीटर दूर तकरीबन 600 साल पहले चेरो खरवार के वंशज रहते थे। चेरो खरवार के वंशजों के यहां से चले जाने के बाद रसीदपुर गांव के पास नदी बहा करती थी, जिसमें बाढ़ आने के बाद रसीदपुर के लोग गढ़ के आसपास के हिस्सों में आकर रहने लगे। लोगों का मानना है कि चेरो खरवार के राजा का नाम केशवा था। उनके नाम पर रसीदपुर का नाम केसठ रखा गया। इन्हीं लोगों के सोने के सिक्के इस क्षेत्र में आए होंगे।