बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने लोगों को जागरूक करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। वे हाइड्रोजन से चलने वाली कार से संसद पहुंचे। इस कार में मंत्री ने अपने आवास से संसद तक का सफर तय किया। ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ (Green Hydrogen) द्वारा संचालित कार का प्रदर्शन करते हुए गडकरी ने हाइड्रोजन के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया।
नितिन गडकरी ने कहा कि हाइड्रोजन कार भविष्य है, प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसका जिक्र किया है और यह आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह कार पूरी तरह से पर्यावरण के अनुकूल है और इससे किसी तरह का प्रदूषण नहीं फैलता है। पेट्रोल डीजल प्रदूषण का कारण बनता है, लेकिन हाइड्रोफ्यूल सेल कारों से प्रदूषण नहीं होता है।
इस महीने की शुरुआत में ही नितिन गडकरी ने दुनिया की सबसे उन्नत तकनीक- विकसित ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक व्हीकल (FCEV) टोयोटा मिराई (Toyota Mirai) को लॉन्च किया। यह भारत में अपनी तरह की पहली परियोजना है जिसका उद्देश्य देश में ग्रीन हाइड्रोजन आधारित इकोसिस्टम बनाना है। ग्रीन हाइड्रोजन द्वारा संचालित परिवहन भविष्य का एक महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी विकल्प होने जा रहा है, विशेष रूप से बड़ी कारों, बसों, ट्रकों, जहाजों और ट्रेनों में और मध्यम से लंबी दूरी के लिए सबसे उपयुक्त है।