बिहार की राजधानी पटना में कोरोना के कहर के साथ साथ ठंड की भी मार लोगों को लग रही है। लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि ग्राम रक्षा दल कर्मियों का विरोध प्रदर्शन राजधानी में जारी है। बिहार में कई सालों से ही निशुल्क काम कर रहे ग्राम रक्षा दल के कर्मियों ने बीजेपी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। और उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आत्मदाह करने की चुनौती भी सरकार को दे रहे हैं। बता दें कि सैकड़ों की संख्या में पहुंचे महिला और पुरुष कर्मी बीजेपी कार्यालय के बाहर आज सुबह से ही धरना प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं। और करो या मरो के नारे के साथ अपनी बात सरकार के सामने रख रहे हैं। बता दें कि मौके पर पुलिस प्रशासन की टीम भी पहुंची हुई है।
सुबह से ही बीजेपी दफ्तर के बाहर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे ग्राम रक्षा दल कर्मियों की मांग है कि उन्हें स्थाई नौकरी और वेतन मिले। इस हाड कंपाने वाली ठण्ड में महिलाएं, पुरुषों के साथ छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हैं। 2012 में ग्राम रक्षा दल सह पुलिस मित्रों को स्थानीय थाने में बहाल किया गया था। तब से लेकर आज तक उनको स्थाई नौकरी और स्थाई वेतन नहीं मिल रहा इस कारण लोग वेतनमान और नौकरी स्थाई करने की मांग के साथ अपने आप को जला लेने की बात कर रहे हैं।
ग्राम रक्षा दल कर्मियों के अनुसार उनके सामने भूखमरी की समस्या आ गयी है। सभी लोग सरकारी कार्यों में लगातार योगदान देते आ रहे हैं। लेकिन बदले में सरकार उन्हें कुछ नहीं दे रही है। शुरू के समय में सरकार ने 6000 रुपए महीने देने की बात कही थी, लेकिन आज कई वर्ष हो गए 1 रुपए भी नहीं मिले हैं। हम लोग निशुल्क कई सालों से काम करते आ रहे हैं, जिसके बाद यह लोग पटना के बीजेपी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन के लिए पहुंचे हैं।