Home State Patna Airport New Update : यहां तक बनकर हो चूका है तैयार

Patna Airport New Update : यहां तक बनकर हो चूका है तैयार

राजधानी पटना के पटना जंक्शन को जहाँ देश के सबसे बड़े वेटिंग हॉल होने का गौरव प्राप्त है तो वहीं अब पटना एयरपोर्ट का विस्तार कर इसे भी देश में अलग पहचान देने का काम काफी तेज़ी से चल रहा है। जिसके बाद ये एयरपोर्ट देश के उन एयरपोर्ट्स की सूचि में शामिल हो जायेगा जहाँ से सरकार को देश को सबसे ज्यादा रजस्व की प्राप्ति होगी।

70 के दशक में दो छोटे यात्री विमानों से शुरू हुआ पटना एयरपोर्ट आज राज्य के राजस्व में एक अहम भूमिका निभा रहा है। लेकिन 256 एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट को राज्य सहित देश में एक अलग पहचान बनाने के लिए बेताब है जिसे लेकर केंद्र सरकार ने 5 साल पहले ही इसके Expansion की मंजूरी दे दी थी। बिहटा में बन रहे नए एयरपोर्ट के निर्माण से पहले पटना के मौजूदा एयरपोर्ट के विस्तार का रास्ता काफी पहले साफ हो गया है। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में एयरपोर्ट के लिए सरकार की ओर 11.35 एकड़ जमीन की मंजूरी दी गई थी। जो की जमीन एयरपाेर्ट अथाॅरिटी की है। इस जमीन के बदले में राज्य सरकार को इतनी ही जमीन एयरपोर्ट अथाॅरिटी को देनी होगी। बता दें कि पटना एयरपोर्ट के विस्तार को लेकर इसका प्रस्ताव राज्य सरकार ने दिया था।

आपको बता दें कि मिली हुई नई जमीन से एयरपोर्ट के रनवे का कुछ खास विस्तार नहीं होगा। सरकार द्वारा मिली हुई नई जमीन के ज्यादा हिस्से पर एयरपोर्ट पर टर्मिनल भवन के साथ साथ जरूरी आधारभूत संरचनाओं का निर्माण होगा। जिससे यात्रियों को आने-जाने में अभी की तुलना में आने वाले समय में अधिक सहूलियत होगी। फ़िलहाल एयरपोर्ट का टर्मिनल छोटा होने के कारण आने-जाने के समय टर्मिनल पर यात्रियों के बीच अफरातफरी की स्थिति पैदा हो जाती है। और साथ ही एयरपोर्ट के एक्सपेंशन की योजना के अनुसार नया और पुराना टर्मिनल का भवन स्काई ब्रिज से जुड़ेगा।

पटना एयरपोर्ट पर फ़िलहाल यात्रियों की क्षमता 50 लाख है इसके ऐक्सपैंशन के बाद इसकी क्षमता 50 लाख से बढ़कर 80 लाख प्रति वर्ष हो जाएगी। जानकारी खुद केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वीके सिंह ने पिछले दिनों दी थी. अभी फ़िलहाल एयरपोर्ट का मौजूदा टर्मिनल काफी छोटा है। क्योंकि इस एयरपोर्ट का निर्माण सालाना 5 लाख यात्रियों की आवाजाही के अनुमान पर किया गया था। लेकिन अभी के समय में यात्रियों की वास्तविक संख्या साल में 45-50 लाख तक हो गई है। जो की हर साल बढ़ती ही जा रही है। और एयरपोर्ट के विस्तार के बाद इस टर्मिनल से सालाना 80 लाख से अधिक यात्रियों की आवाजाही हो सकेगी।

बता दें कि केंद्र सरकार ने पहले ही पटना हवाई अड्डे के विकास के लिए 1,216.9 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है और अब तक 32% धनराशि तीन किस्तों में खर्ची की जा चुकी है। परियोजना के तहत डोमेस्टिक टर्मिनल बिल्डिंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावर, फायर फाइटिंग स्टेशन और कार्गो बिल्डिंग का निर्माण किया जाना है। केंद्र द्वारा दिए गए तीनों किस्तों से एयरपोर्ट पर फिजिकल प्रोग्रेस क्रमशः 72%, 28.75% और 37% हुई है. वहीं बिहार सरकार को पटना हवाई अड्डे पर समानांतर टैक्सी ट्रैक, आइसोलेशन बे और अन्य संरचनाओं के लिए 41.5 एकड़ जमीन उपलब्ध करानी है। बता दें कि आइसोलेशन बे वैसी जगह को कहते हैं जहाँ पर अपहरण या बम की धमकी जैसी आपातकालीन स्थितियों का सामना करने वाले विमान के लिए एक विशेष पार्किंग स्थान होता है. राज्य सरकार ने आइसोलेशन बे और डॉपलर वेरी हाई फ़्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (DVOR) उपकरण स्थापित करने के लिए 15.5 एकड़ भूमि दी है।

वहीं राज्य सरकार ने बिहटा एयरपोर्ट के लिए 108 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है, लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के संचालन और रनवे के विस्तार के लिए उपयुक्त बनाने के लिए अतिरिक्त 83 एकड़ जमीन देनी होगी। सरकार के मुताबिक साल 2023 के दिसंबर तक पटना एयरपोर्ट के एक्सपेंशन का काम पूरा कर लिया जायेगा। सरकार के द्वारा पटना एयरपोर्ट का का विस्तार तेजी से हो रहा और आने वाले समय में जल्द ही यात्रियों के लिए बन रहे नए टर्मिनल को शुरू कर दिया जायेगा। जिसके बाद हम ये कह सकते हैं कि Jayprakash Narayan International Airport, Patna सही मायने में इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। न की सिर्फ नाम का।

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